Monday 8 August 2016

****यारियां ****

दोस्ती करना हर किसी के बस की बात नही,
ये उनका काम नही जिनके दिल में जज़्बात नहीं 
दोस्त रूठे तो मनाना पड़ता है,दिल दुखे तो भी मुस्कुराना हर किसी के बस की बात नहीं 
दोस्त मिलते ही भूल जाते हैं सब गिले शिकवे एक पल में,
पर उस एक पल को भुलाना इतना आसान नहीं 
वो क्या जाने दोस्ती किसे कहते हैं,ये वो चाल है जिसकी कोई मात नही
जिनके पास् है ये दौलत, उनकी नज़रों में खजानो की कोई औकात नहीं
दिल ना दुखना किसी दोस्त का कभी, क्युन्की इसकी माफ़ी तो खुदा के भी पास् नहीं

****माँ ****

जिस माँ ने हमको जन्म दिया हम उसका हर्ष मनायेंगे
आज उन्हें हम नमन करें उनका जन्मदिवस हम मनायेंगे
आयीं इस धरती पर वो हम सबका जीवन निर्माण किया
है अटूट ये बंधन, जीवन की हर साँस है उनसे ये उपकार मनायेंगे
है निश्छल जिनका प्रेम ये उसकी मनुहार लगायेंगे 
कभी ना हो कोई कष्ट उन्हें हम भगवान से सदा ही मनायेंगे
है ममता की छाँव जब तलक सब कष्ट हमारे हर जायेंगे
सदा खुश रहो और मुस्कुराती तभी तो हम मुसकायेंगे
मम्मी जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ 💐💐😘😘😘

****विश्वाची ****

प्रिय विश्वाची
तेरे आने की आहट से, जगमग ये संसार हुआ।
नवल- धवल सी आशाओं से, स्वप्न मेरा साकार हुआ।
तुम जब आयी इस धरती पर, नवयुग का उद्गार हुआ।
प्यारी प्यारी आँखों में जब, देखा स्वप्न साकार हुआ।
तेरी जिद् शैतानी देखकर, कभी ये मन परेशान हुआ।
फ़िर भी तेरी हर अदा पर, मन बार बार बेचैन हुआ।
तुम हो राज़ दुलारी माँ की, पापा के मन अभिमान हुआ।
दीदी से है प्यार तुम्हें,पर झगड़ा भी हर बार हुआ।
यूँ ही जग में नाम करो, विश्वास यही हर बार हुआ।
तेरे जन्म- दिवस पर क्या दे, अब यही मेरा उपहार हुआ
तनुजा

****दोस्त ****


हम ये अब तक समझ ना पाए, दोस्त है क्या ये कोई बताए। 
आंख खुली जिनकी बाँहों में, माँ वो पहली दोस्त कहाए। 
उँगली पकड़ चले हम जिनकी, दोस्त पिता जो राह बताए।
बचपन के गलियारों में जो, मिले अजनबी दोस्त कहाए।
हर गलती पर पर्दा डाले, भाई बहन सब दोस्त कहाए।
जिनके कारण ज्ञान मिला है, ऐसे गुरु जी दोस्त कहाए।
छोड़ चले जब बाबुल का घर, पिया मिले वो दोस्त कहाए।
माँ जैसी सासु माँ पाकर, दोस्त मिली हम धन्य कहाए।
पिता नही पर प्यार पिता का, ऐसे ससुर जी दोस्त कहाए।
दीदी सा दुलार मिला जब, ननद जेठानी दोस्त बनाए।
भाई जैसा मान मिला है , जेठ देवर जैसे दोस्त है पाए।
जन्म दिया जब दो कलियों को, उनको भी तो दोस्त बनाए।
हर पल हर दम मिलते जिससे, साझा करते कहानी किस्से।
जिनसे मिलते दिल ये अपने, वो सब रिश्ते दोस्त कहाए।
Happy friendship Day 🌹

Friday 29 January 2016

**********जिन्दा हूँ **********

हाँ जिन्दा हूँ प्राण बिना, अरमान बिना, तेरे नाम बिना
हाँ जिन्दा हूँ सांस बिना, जैसे कोई जि रहा हो दिल में कोई आस बिना
हाँ जिन्दा हूँ अरमान बिना, जैसे धड़कन चल रही हो प्राण बिना
हाँ जिन्दा हूँ तेरे नाम बिना, जैसे कोई खड़ा तनहा पहचान बिना
हाँ जिन्दा हूँ प्राण बिना, अरमान बिना, तेरे नाम बिना 

एक अजनबी हसीना से

 Learn to pronounce एक अंजनबी हसीना से ... झील सी आंखों मे उसकी डूब के यूँ रह गया  जुल्फों के साए में कहीं खो गया झीलजैसे चेहरे पर चं...