Thursday 31 December 2015

******************नया साल***************

******************नया साल***************
लो आ गया फिर एक नया साल ले के सपने हज़ार
फिर वही खुशियाँ उमीदें उड़ जाने की सपनो के पार
जहाँ लगे की है शांति सुकून अब हर जगह जार जार
क्या सच है ये उम्मीद जिस पर हम जीते है हर बार
कितने लोग मिलते कितने बिछड़ जाते हमसे हर साल
फिर क्यूँ जाने वालों की याद करता है ये दिल बार बार
दुनिया वही सपने नए पर साथ हमेशा अपने हर बार
नए साल के आगमन पर लिखे पन्ने कुछ नया संवार
दुनिया को देखे अपने ढंग से और दिखाए कुछ कमाल
कर जाएँ कुछ ऐसा कि कायम रह जाये हमारी मिसाल
आप सभी को मुबारक हो दिल से ये “ 2016 “ नया साल



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