Wednesday 22 July 2015

*************सुबह ***********

नयी दुल्हन जैसी किरणे आयी
धरती पर वो मोती बिखराई
पलछीन में ओस बनायी
ओस उड़ी उन सपनो जैसी
जैसे जैसे धूप गहराई

No comments:

Post a Comment

एक अजनबी हसीना से

 Learn to pronounce एक अंजनबी हसीना से ... झील सी आंखों मे उसकी डूब के यूँ रह गया  जुल्फों के साए में कहीं खो गया झीलजैसे चेहरे पर चं...